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Maa Voucher Yojana Rajasthan :- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा जी के द्वारा गुरुवार दोपहर 2 बजे सीएम हाउस से मा वाउचर योजना का सुभारम्भं किया है। इस योजना के अंतर्गत दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में भी गर्भवती महिलाओं को मुफ्त में सोनोग्राफी की सुविधा प्रदान की जाएगी। राजस्थान सरकार के द्वारा योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सिर्फ तीन जिलों-बारां, भरतपुर फलौदी में की गई थी जो काफी सफल रही है। इस सफलता को देखते हुए अब इस योजना को पुरे प्रदेश में लागु करने का ऐलान किया गया है।
यदि आप मा वाउचर योजना का लाभ प्राप्त करना चाहती हो तो आपको हमारा यह आर्टिकल अंत तक आवश्यक पढ़ना होगा क्योकि हमने अपने इस आर्टिकल में मा वाउचर योजना से सम्बंधित सभी सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई है |
Maa Voucher Yojana Rajasthan 2024 क्या है
चिकित्सा विभाग की अतिरिकत मुख्य मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि मां वाउचर योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को सरकारी और निजी सोनोग्राफी केंद्रों पर मुफ्त सोनोग्राफी की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इस योजना के अंतर्गत राज्य की महिलाओ को उनके मोबाइल पर QR कोड वाला ई-वाउचर मिलेगा। जिससे किसी सूचीबद्ध केंद्र पर प्रस्तुत करके मुफ्त सोनोग्राफी कराई जा सकेगी। अगर डॉक्टर की सलाह पर तिरिक्त सोनोग्राफी की आवश्यकता हो तो दूसरा वाउचर भी निःशुल्क प्रदान किया जायेगा जैसा की चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने विधानसभा में बताया था।
Rajasthan Free Mobile Yojana List 2024
Short Overview Of Maa Voucher Yojana Rajasthan 2024
लेख का नाम | Maa Voucher Yojana |
लेख का प्रकार | Latest Update |
के लिए उपयोगी आलेख | All of Us |
माँ वाउचर योजना की विस्तृत जानकारी? | Please Read The Article Completely. |
वाउचर जारी होने के बाद 60 दिन में टेस्ट जरूरी
इस योजना के अंतर्गत 84 दिन या उससे अधिक गर्भवती महिलाएं माँ वाउचर योजना के तहत मुफ्त में सोनोग्राफी का लाभ प्रदान किया जायेगा। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए महिलाओ को जन आधार कार्ड और मोबाइल फोन लेकर चिकित्सा संस्थान जाना होगा। आप अब वहा ओटीपी के माध्यम से उन्हें SMS पर QR वाउचर मिलेगा जिसकी वैधता 30 दिन की होगी। अगर कोई महिला निर्धारित समय पर सोनोग्राफी नहीं करवा सकती है तो वह चिकित्सा संस्थान पर जाकर वाउचर की अवधि एक बार और 30 दिन के लिए बढ़वा सकती हैं।
सोनोग्राफी कराना क्यों जरूरी है?
महिला सोनोग्राफी या अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था के दौरान भ्रूण के विकास और वृद्धि की निगरानी के लिए किया जाता है। इससे यह पता चलता है की प्रेगनेंसी सामान्य रूप से आगे बढ़ रही है और किसी भी एब्नार्मेलिटी, अबॉर्शन, या मल्टीपल प्रेगनेंसी का पता लगाया जा सकता है इसी के साथ ही बच्चे के जन्म की तारीख भी तय की जा सकती है। आमतौर पर, गर्भवती महिलाएं 6-12 सप्ताह और 13-26 सप्ताह के बीच दो से तीन बार सोनोग्राफी कराती हैं।